Amit saha ने Bihar राजनीति में उतार-चढ़ाव उतारा, चुनाव से पहले अयोध्या मंदिर का निर्माण प्रस्ताव
कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने Bihar में एक यात्रा के दौरान सीता मंदिर बनाने का प्रस्ताव दिया था। यह प्रस्ताव राज्य की राजनीति में नई हलचल पैदा कर चुका है। अमित शाह कहते हैं कि बिहार, जो सीता माता की जन्मभूमि है, भव्य मंदिर का हकदार है। इस अंतर को खींचने वाला यह सुझाव धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखने वाले मिथिलांचल क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए है। इसको Bihar की सांस्कृतिक धरोहर को सम्मान देने का प्रयास भी माना जा रहा है।
Amit Saha का यह बयान आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए BJP की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। बीजेपी राज्य में हिंदू मतदाताओं को आकर्षित करना चाहती है और इसलिए धार्मिक मुद्दों को उभार रही है। मिथिलांचल क्षेत्र में, जहां सीता माता से लोगों की धार्मिक भावना गहरी है, बीजेपी को उम्मीद है कि इससे चुनावी लाभ होगा। पार्टी की कोशिश है कि स्थानीय लोगों से जुड़कर हिंदू धर्म के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दिखाए।
Opposition has opposed. अलोक, राजद, जदयू आदि दलों का आरोप है कि BJP तो आम समस्याओं को ध्यान बंटाने में लगती है और धार्मिक मुद्दों पर चर्चा कर रही है। विपक्ष का यह विश्वास है कि लोग उनके लिए रोजगार, शिक्षा और विकासपरक रास्ते आदि की अन्य विचारों को अधिक महत्ता देते हैं, न कि धार्मिक विवादों को।
देखना यह है कि सीता मंदिर से जुड़ा Amit Sahaका प्रस्ताव बिहार की राजनीति को किस ओर ले जाएगा। अगर बीजेपी इसे अपने चुनाव अभियान का हिस्सा बनाती है, तो यह बड़ा मुद्दा बन सकता है। साथ ही, इससे राज्य में धार्मिक ध्रुवीकरण की भी संभावना बनती है, जो समाज पर असर डाल सकती है।